जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर की फायरिंग, सेना ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन | एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि घटना के विवरण का पता लगाया जा रहा है।
अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गोलीबारी की एक घटना सामने आई है, जिसके बाद सुरक्षा बलों को तलाशी अभियान शुरू करना पड़ा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुंछ के लोअर कृष्णा घाटी सेक्टर के धारा धुलियान इलाके में गोलीबारी की घटना सामने आई है।
रिपोर्टों में दावा किया गया है कि गोलीबारी सुरक्षा बलों के वाहनों के काफिले को निशाना बनाकर की गई थी और हो सकता है कि गोलीबारी के शुरुआती आदान-प्रदान के बाद आतंकवादी भाग गए हों। अभी तक किसी के घायल होने की सूचना नहीं है|
आज लगभग 6 pm बजे, पुंछ सेक्टर में कृष्णा घाटी के पास एक जंगल से संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों के वाहनों के एक काफिले पर गोलीबारी की गई। अपने सैनिकों को कोई हताहत नहीं। सेना ने कहा, जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना द्वारा संयुक्त तलाशी अभियान जारी है।
एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि घटना के विवरण का पता लगाया जा रहा है। यह घटना दिसंबर में सुरनकोट के धत्यार मोड़ पर आतंकवादियों द्वारा सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले के कुछ दिनों बाद हुई है, जिसमें चार सैनिक मारे गए थे और तीन घायल हो गए थे।
जैश-ए-मोहम्मद की एक शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने दिसंबर में हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी।यह घटना तब सामने आई जब उत्तरी सेना कमांडर ने जम्मू क्षेत्र में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर वर्ष 2024 के लिए आतंकवाद विरोधी परिचालन योजना की समीक्षा की।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने योजना की समीक्षा की और आतंकवादियों को मार गिराने की रणनीति की रूपरेखा तैयार की,
सभी हितधारकों ने पुंछ-राजौरी क्षेत्र में आतंकवाद की जड़ों को खत्म करने, वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए तालमेल से काम करने का आश्वासन दिया। राजौरी-पुंछ क्षेत्र में उत्पन्न स्थितियों के मद्देनजर यह चौथी उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक थी।
थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने भी राजौरी-पुंछ क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राजौरी-पुंछ क्षेत्र की स्थिति “चिंता” का विषय है और सैनिकों की तैनाती बढ़ाना, खुफिया तंत्र को बढ़ावा देना और स्थानीय लोगों तक पहुंच बनाना क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए शुरू किए जा रहे उपायों का हिस्सा है।
सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले पांच-छह महीनों में राजौरी-पुंछ क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, “पिछले पांच से छह महीनों में राजौरी और पुंछ में आतंकवाद में वृद्धि हुई है। उस क्षेत्र में 2003 में आतंकवाद खत्म हो गया था और 2017-18 तक शांति थी।
2023 में राजौरी और पुंछ में आतंकवादियों द्वारा किए गए चार हमलों में उन्नीस सैनिक मारे गए। हालांकि, सुरक्षा बलों ने एलओसी और भीतरी इलाकों दोनों जिलों में 30 से अधिक आतंकवादियों का भी सामना किया है।
At around 1800h today, a Security Forces convoy of vehicles was fired upon by suspected terrorists from a jungle near Krishna Ghati #Poonch sector. No casualties to own troops. Joint search
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) January 12, 2024
Operations by #IndianArmy and #JKP are in progress.@adgpi @NorthernComd_IA pic.twitter.com/jR0ytWRy88
गुरुवार को सीआरपीएफ ने राजौरी जिले में टिफिन बॉक्स में लगे चार इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) और एके सीरीज असॉल्ट राइफलों की लगभग दो दर्जन गोलियां बरामद कीं, जबकि एक दिन पहले, सुरक्षा बलों ने एलओसी के पास एक आगे के गांव से 2.5 किलोग्राम वजन के नशीले पदार्थ जब्त किए थे।